अब तक आ रहीं खबरों के अनुसार हाथरस में 120 से ज़्यादा लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। यह सब भोले बाबा के सतसंग में भगदड़ मचने से हुआ है।यह घटना बेहद ही दुःखद और अंदर से झकझोर देने वाली है।हाथरस में भोलेबाबा प्रवचन के कार्यक्रम में अचानक मची भगदड़। कार्यक्रम में शामिल होने आए दो दर्जन से ज्यादा भक्तों की हुई मौत। मृतकों में ज़्यादातर महिलाएँ और बच्चे है ।
हाथरस में कैसे हुआ हादसा-
हाथरस में सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनकी चरण छूने के लेने के लिए दौड़े। भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गई। लोग भागने लगे, तभी एक-दूसरे पर गिरते गए.. कुचलने से इतनी मौतें हुईं।
बीजेपी विधायक असीम अरुण ने कहा, “मैंने घायल पीड़ितों और प्रत्यक्षदर्शियों से बात की है। कार्यक्रम खत्म होने के बाद मुख्य प्रवक्ता (भोले बाबा जी) जा रहे थे और लोग उनका आशीर्वाद लेने के लिए दौड़ पड़े। इसके बाद, कुछ लोग गिर गए और अन्य लोग उनके ऊपर गिरते चले गए, एएनआई ने बताया।
उन्होंने कहा, “कई लोग भागने लगे और भगदड़ मच गई क्योंकि रास्ता बहुत संकरा था।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, हाथरस भगदड़ की घटना में अपनी पत्नी और मां को खोने वाले मृतक 16 वर्षीय बेटी विनोद के पिता ने कहा, “मुझे यह भी नहीं पता था कि वे तीनों सत्संग में गए थे क्योंकि मैं कहीं बाहर गया था।”
उन्होंने आगे कहा, “किसी ने मुझे बताया कि सत्संग में भगदड़ मच गई है जिसके बाद मैं मौके पर पहुंचा और पता चला कि मेरी 16 साल की बेटी, मां और पत्नी की मौत हो गई है। मुझे अपनी मां का शव भी नहीं मिला।”
हाथरस जिले के फुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वालों की संख्या 130 से अधिक पहुंच चुकी है और इससे कहीं ज्यादा घायलों की संख्या है। मृतकों की पहचान की जा रही है, जिनकी सूची सामने आई है। वहीं, प्रशासन ने पीड़ितों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है।
महानिरीक्षक (अलीगढ़) शलभ माथुर ने पुष्टि की कि अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा, “सत्संग के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी क्योंकि कार्यक्रम में अनुमति से अधिक भीड़ थी। उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।”
अधिकारी ने कहा कि यू.पी. मुख्यमंत्री चौबीसों घंटे हालात का जायजा ले रहे हैं. ऊपर। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ मंडलायुक्त की एक टीम गठित की गई है। 24 घंटे के अंदर देनी होगी रिपोर्ट यूपी. सरकार ने एक बयान में कहा
बयान में यह भी कहा गया कि मुख्यमंत्री अपने आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि श्री आदित्यनाथ तीन मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ लगातार संपर्क में हैं और उन्हें घटनास्थल पर भेजा है।
मुख्यमंत्री ने घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. बयान में कहा गया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
हाथरस में सत्संग करने वाले भोले बाबा कौन है? पूरी जानकारी
उनका नाम सूरजपाल सिंह उर्फ साकार हरि बाबा उर्फ भोले बाबा है और वह कासगंज जिले के पटियाली का रहने वाला है 17 साल पहले वह UP पुलिस कांस्टेबल की नौकरी किया करते थे और वह नौकरी छोड़कर फिर इसने VRS ले ली और एक दिन इससे भगवान का साक्षात्कार हुआ और ये बाबा बन गया। सूरजपाल में सत्संग करने लगा और धीरे-धीरे वह लोगों के बीच मशहूर होते चले गए और वह आम संत साधु की तरह गेरुआ वस्त्र नहीं पहनता बल्कि अधिकतर वह महंगी कपड़े जिसमें शर्ट वगैरा पहनते हैं और गरीब और वंचित लोगों के बीच उसकी लोकप्रियता बढ़ते जा रही है। उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश राजस्थान में उनके लाखों चाहने वाले हैं और मैं अपने पैतृक गांव बहादुरनगर में बड़ा आश्रम बना रखा है जहां हर महीने की पहले मंगलवार को सत्संग होता है बाबा आश्रम में हो या ना हो भक्तों का हुजुर्म लगा रहता है पुलिस पृष्ठभूमि के चलते बाबा पुलिस के तौर तरीके को जानते हैं इसी के उसने वर्दी धारी स्वयं सेवकों की लंबी चौड़ी फौज खड़ी कर दी है।
बसपा सरकार में लाल बत्ती कार में चलता था बाबा का काफिला।
नारायण साकार हरि यानी भोले बाबा का बसपा सरकार में डंका बजता था बसपा सरकार में भोले बाबा लाल बत्ती की गाड़ी में सत्संग स्थल तक पहुंचाने थे उनकी कार के आगे आगे पुलिस एस्कॉर्ट करते हुए चलती थी बसपा सरकार में तत्कालीन जनप्रतिनिधि उनके सत्संग में शामिल होने पहुंचाते रहे सत्संग स्थल पर पुलिस की जगह उनके स्वयंसेवक ही काम संभालते थे।
सत्संग में सेवा के लिए पुलिसकर्मी भी छुट्टी लेकर पहुंचते हैं सत्संग में पूरी व्यवस्थाएं स्वयंसेवकों के हाथ में ही होती है उनकी कई पुलिस कर्मियों है जो बाबा की सुरक्षा में तैनात रहने के साथ सत्संग स्थल पर व्यवस्थाएं संभालते हैं स्वयंसेवक गुलाबी रंग की यूनिफॉर्म में सत्संग स्थल से लेकर शहर के सड़कों पर तैनात रहते हैं आगरा में कोठी मीना बाजार मैदान सेवला के पास शक्ति नगर मैदान आवास विकास कॉलोनी दयालबाग बाह और स्त्रीपुरम के पास सुनारीआडबं में नारायण सरकार हरि का सत्संग हो चुका है।