Bangladesh (बांग्लादेश) में कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा था। और यही धरना प्रदर्शन धीरे-धीरे इतना बढ़ता गया की Sheikh Hasina (शेख हसीना) को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिलवा दिया और उनको बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा और सूत्रों के हवाले से यह खबर भी मिल रही है की शेख हसीना के आवास पर लोगों ने कब्जा कर लिया है और जरूरत की सामग्री को नागरिक उठा कर लेजा रहे हैं।
Bangladesh Protest Reason
Bangladesh protests:-बांग्लादेश में प्रदर्शन आरक्षण नीति के मुद्दा पर कियाजा रहा था। शुरुआत मैं विरोध बहुत सीमित नजर आ रहा था। लेकिन यहधीरे-धीरे व्यापी रूपले लेता है। छात्रों का यह विरोध आरक्षण के बारे में था। लेकिन 12जुलाई को जब शेख हसीना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छात्रों और प्रदर्शन कार्यों को राजा कार कह दिया रजाकार बांग्लादेशमें गद्दारों को कहाजाता है। रजाकार उन्हें कहा जाता है जो देश के आजादी मैं मुजीबुर रहमानके सथ नहींथे। स्वतंत्रता के साथ नहींथे। बाल्के पाकिस्तान के साथ थ। उनके यह बयान से भयंकर आक्रोश फैल गया। जवाब में सरकार की ओर से दमनकारी नीतियों का उपयोग किया गया और हिंसात्मक कार्रवाई की गई प्रदर्शनको रोकने के लिए जिसमेंकरीब 100 लोगों के मरने की खबरें है छात्रों का कहनाहै कि यह संख्या इससे भी जदा है। अनदर अनाधिकारिक रूप से कहा जा रहा है। की सरकारकी करवाई के वजह से करीब 1000 लोग मारे जा चुके हैं।
प्रदर्शनके बढ़ाने के बाद पूरे देशमें इंटरनेटको बंद कर दिया गया बीते रविवार को जब प्रदर्शन हिंसक हो गया उसके बादभी शेख हसीना छात्रों को राजा कार यानी गद्दार , आतंकवादी कहती जा रही थीं। आज वह प्रधानमंत्री नहीं है उन्हें प्रनमंत्री पद से इस्तीफादेना पड़ा और कुर्सी छोड़नी पड़ी। क्योंकि छात्रों ने नारा दिया था “शेख हसीना को कुर्सी छोड़नी पड़ेगी इस्तीफा देना पड़ेगा।